पाकिस्तान बॉर्डर पार कर पहुंचे शहीद सरबजीत सिंह की मौत के जिम्मेवार लाहौर के अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की किसी ने लाहौर में गोली मारकर हत्या कर दी है। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में 2013 को भारतीय नागरिक शहीद सरबजीत सिंह की आमिर सरफराज व उसके साथियों द्वारा ISI के कहने पर जेल में गला घोटकर व मारपीट करके हत्या कर दी गई थी।
आज लाहौर में गोली लगने से सरफराज की मौत हो जाने के बाद शहीद सरबजीत सिंह की बेटी का कहना है कि यह भी पाकिस्तान की सरकार की कोई चाल है। पहले उन्होंने सरफराज जैसे क्रिमिनल को कहकर मेरे पिता को मौत के घाट उतरा उतरा था। यह पाकिस्तानी सरकार का काम ही है जिन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन आमिर सरफराज को मरवा दिया है। जालंधर शहर में मीडिया से बातचीत करते हुए शहीद सरबजीत सिंह की बेटी स्वपनदीप कौर ने कहा कि कर्मो का फल यहीं पर ही मिलता है, ये उनके कर्मों का ही फल है। इसके साथ ही मुझे लगता है कि ये पाकिस्तान की सरकार की बहुत बड़ी साजिश है।
इसके साथ ही स्वपनदीप ने आगे कहा कि पापा का जेल में व्यवहार बहुत अच्छा था, जेल में एक व्यक्ति के बेटे के लिए हमने यहां से पापा के कहने पर दवाई भी भेजे थी। उनके सबके साथ ही बहुत प्यार था। मेरे पापा गलती से बॉर्डर पार कर गए थे वह कोई जासूस नहीं थे। लेकिन उन्होंने लाहौर और फैसलाबाद में हुए बम धमाके का आरोपी बनाकर पापा को पाकिस्तान की जेल में बंद कर दिया गया।
वहां पर कुछ समय पहले बम ब्लास्ट हुए थे उसमें वह मंजीत सिंह की तलाश कर रहे थे उसके ऊपर यह सारे आरोप थे। लेकिन उन्होंने मेरे पिता को ऐसे मनजीत सिंह बनाकर वहां पर पेश किया। उन्होंने मेरे पिता को बहुत ज्यादा टॉर्चर भी किया उनके जाली दस्तावेज भी बनाएं। क्योंकि लोगों से असली गुनहगार नहीं पकड़ा जा रहा था इसलिए अपनी गलती छुपाने के लिए मेरे पिता को ही मनजीत सिंह बनाकर पेश कर दिया।
मुझे जहर दिया जा रहा - सरबजीत ने चिट्ठी में लिखा
सरबजीत ने जेल में रहते हुए चिट्ठी लिखी थी । इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें स्लो पॉइजन दिया जा रहा है। उन्होंने लिखा था- यहां (जेल) अधिकारि ने मुझसे कहा कि यह आपकी हड्डियां होंगी जो भारत वापस जाएंगी। हम आपको जीवित वापस नहीं जाने देंगे।